
कदम बढाकर चलने की
क्षमता विकसित करनी होगी
तुम दीपक हो जलने की
क्षमता विकसित करनी होगी।
चाहें जितना सम्मान मिले
चाहें हो पीना पड़ा जहर
मन को विचलित मत होने दो
रखो मुख पर मुस्कान सरल
मानव तुम हो मानवता की
आधारशिला रखनी होगी
तुम दीपक हो जलने की
क्षमता विकसित करनी होगी।