अपने आने का वक्त तय कर लो,
दिल मिलाने का वक्त तय कर लो,
इससे पहले की दम निकल जाए,
मुस्कुराने का वक्त तय कर लो।
आ गए हो तो ठौर भी चुन लो,
सिर्फ धूनों नहीं, ज़रा सुन लो,
यही बेताब दिल की हशरत है,
मेरी ज़ानिब भी कुछ नज़र कर लो।
जिंदगी ने गुमान में रखा,
तुमको अक्सर उड़ान में रखा,
तेरी दुनियां सँवारनी है मुझे,
सिर्फ दो चार दिन सबर कर लो।
अब तलक है कटा सफ़र तनहा,
जिंदगी यूँ हुई बसर तनहा,
तुमको देखा तो दिल लगा कहने,
‘कम से कम एक हमसफ़र कर लो।’
Superb…!!!
LikeLiked by 1 person
वाह बहुत उम्दा
LikeLiked by 1 person
धन्यवाद….
LikeLike