Emotion expressed..
1-
आज़ाद मेरी नज़रे, आबाद मेरी राहें,
बर्बाद मंजिलों की फिर फिक्र क्यों करूँ…
मुझसे न हो सका जो सबक जिन्दगी का याद,
दुनियां के सामने पर, मै जिक्र क्यों करूँ..
2-
आवाज दे रहा कोई, यूँ बहुत देर से,
पर मुझतक पहुचने की, कॊशिश कभी न की…
3-
आ तेरे दिल में अपने लिए थोड़ी नफरत भर दूँ,
नहीं तो ये जुदाई तेरी जान ले कर छोड़ेगी…
4-
जितनी नजाकत से वो mobile screen touch करते हैं,
काश दिल के साथ भी ऐसे ही पेश आते…
5-
कुछ यूँ बयां करते थे हाले दिल सनम सेल फ़ोन पर (whats app),
इन दिनों दिल में सुरीली दस्तकें होने लगी,
पर हकीकत आज ही तो रूबरू मेरे हुई,
दीवाने वो मेरे नहीं, गर हैं तो copy-paste के…
6-
आदमी आदमी को डंसता है,
तब कहीं जा के आज हँसता है।
उनके बिछाए हुए औज़ार हैं इधर,
जिनमें कोई गरीब फंसता है।