कहीँ पर प्यास होती है, कहीँ पर जाम होता है,
यहाँ सत्ता की खातिर रोज कत्ले-आम होता है।
कहीँ पर चंद रुपयों के लिए लंबी कतारें हैं,
कहीँ अपराधियों का नोट का गोदाम होता है।
कहीँ पर पार्टियों पर खर्च का ब्यौरा करोङो में,
कहीँ रोटी की खातिर घर कोई नीलाम होता है।
हमारे मुल्क में बदलाव की चाहत तो है लेकिन,
सियासी दाव-पेचों का न पूर्ण विराम होता है।
यहाँ पर देश पर मिटनें का जज्बा कम नहीं लेकिन,
यहाँ कुछ भष्ट लोगों से वतन बदनाम होता है।
very true and emotional lines
salute from smsduniya.com
keep it up 🙂
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Thanks
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प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
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FAntastic composition
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