नौजवानों! देश की सूरत बदलनी चाहिए,
यह जवानी आग है तो, आग जलनी चाहिए।
दौलत-ए-शोहरत के दीवाने सभी तो हैं मगर,
दिलों में इंसानियत की सोच पलनी चाहिए।
दोस्त कहते हो अगर खुद को तो यह भी जान लो,
मरते दम तक दोस्ती की साँस चलनी चाहिए।
इस ज़माने में किया हांसिल, यहीं रह जायेगा,
‘देश के दिल में रहें’, हसरत मचलनी चाहिए।
हो भले गहरी अँधेरी, रात भी कट जाएगी,
‘फिर सुबह होगी’, दिलों में आस पलनी चाहिए।