मुझको अद्भुत ज्ञान मिला है – गीत

थी कमान पर लक्ष्यहीन थी दुविधा से आँखे मलीन थीं तरकस में बेकार पड़े इन तीरों को संधान मिला है। मुझको अद्भुत ज्ञान मिला है।।

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यही फ़लसफ़ा है, यही जिंदगानी – एक गीत – You need someone

कोई भी न जानें मुकद्दर में क्या है यहाँ आदमी इक खिलौना बना है नहीं मंजिलों की खबर है किसी को, ये राहें दिखाती हैं आँखे सभी को मगर फिर भी इंसान रुकता कहाँ है भले कल की बातें न उसको पता है कहीं भागते ही न बीते जवानी यही फ़लसफ़ा है, यही जिंदगानी

​शिशु सदृश हृदय मेरा, कोई नहीं दुलारता – Awake the child within you

मैं हंसीन ख्वाब ले के आ गया शहर मगर, बात अपनी कह सकूँ, मैं फिर रहा इधर-उधर, पर किसे है वक्त जो मुझे भी वक्त दे सके, मुझे सलाह दे सके, मेरी सलाह ले सके, अब मुझे मेरा हंसीन गांव है पुकारता, शिशु सदृश हृदय मेरा, कोई नहीं दुलारता।

आसमान पर उड़ने वाले, धरती पर भी चलना सीखो – Kill the ego within you

मानव हो तो मानवता का कुछ ज्ञान जुटा लो जीवन में, जांचो-परखो, अनुमान लगा लो, कितना सुख इस बंधन में, अधिकार तुम्हारे जायज पर, कर्तव्यों से मत टलना सीखो, आसमान पर उड़ने वाले, धरती पर भी चलना सीखो।