कारवाँ गुजर गया, तुम हताश हो गए – Don’t Give up! You’re Capable

कल तलक थी रौशनी, वक्त खुशगंवार था, और सर चढ़ा हुआ, मौसमी खुमार था, जोर से हवा चली, फूल सब बिखर गए, लोग साथ चल रहे, जाने कब किधर गए, जब चराग़ बुझ गए, तुम निराश हो गए? कारवाँ गुजर गया, तुम हताश हो गए।

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हम जलाएंगे दिए फिर आज उनको याद करके – A Tribute To The Indian Soldiers

कहना मुझे इतना की बस, 'जीवन-मरण सबका अटल, पर देश की खातिर मरा वह प्राण है कितना विमल, हे देश के प्रहरी सजग, तुम देश की आवाज हो, हर हृदय की धड़कन बने, माँ भारती की नाज़ हो।' तुम बने वह रौशनी जो घन तिमिर को मात कर दे, हम जलाएंगे दिए फिर आज उनको याद करके।