कुछ परिंदे कोसते हैं भाग्य को, आँसू बहाकर, किन्तु बुलबुल नवसृजन की कल्पना मन में सजा कर, झूमकर यूँ गा रही है, चोंच में तिनका दबाए। आज घन घनघोर आए।
आज घन घनघोर आए – Ode To The Cloud

कुछ परिंदे कोसते हैं भाग्य को, आँसू बहाकर, किन्तु बुलबुल नवसृजन की कल्पना मन में सजा कर, झूमकर यूँ गा रही है, चोंच में तिनका दबाए। आज घन घनघोर आए।